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मां बेटे और दो मासूमों की जान लेने वाला चालक गिरफ्तार।

28 फरवरी की रात करीब 11 बजे उत्तरलाई एयरफोर्स स्टेशन से एक किमी दूर कवास हाइवे पर तेज रफ्तार एक फॉरच्यूनर ने बाइक सवार व्याख्याता जगदीश चौधरी, उसकी मां कस्तूरी, बेटे गोविंद और बेटी सरस्वती की जान ले ली थी। इसी हादसे से पूरा परिवार टूट गया। हादसे के बाद लगातार चार लोगों की जान लेने वाली फॉरच्यूनर के मालिक को गिरफ्तार करने की मांग उठ रही थी। पंद्रह दिन बाद अब पुलिस ने फॉरच्यूनर चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पूछताछ में फॉरच्यूनर गाड़ी के मालिक का पता लगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक व्याख्याता जगदीश सिंह पुत्र चेतनराम जाट निवासी कोसरिया बाड़मेर में जन्मदिन की पार्टी से अपनी मां व दो मासूम बच्चों के साथ अपने घर कोसरिया लौट रहे थे। उत्तरलाई एयरफोर्स से उत्तरलाई की तरफ एक किमी तालाब के पास पीछे से तेज रफ्तार में आ रही फॉरच्यूनर ने उनकी बाइक को चपेट में ले लिया। हादसे में बाइक पर सवार जगदीश समेत मां, दो मासूम बच्चों की मौके पर मौत हो गई थी। हादसे के बाद हर तरफ फॉरच्यूनर चालक की गिरफ्तारी की मांग उठने लगी। ग्रामीण थाना एसआई अचलाराम के नेतृत्व में गठित टीम ने ...
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*🇳🇿न्यूजीलैंडः मस्जिद 🕌में हुई गोलीबारी में मरने वालों की संख्या हुई40😱

*🇳🇿न्यूजीलैंडः मस्जिद 🕌में हुई गोलीबारी में मरने वालों की संख्या हुई40😱* न्यूजीलैंड के शहर क्राइस्टचर्च में स्थित दो मस्जिद में बंदूकधारियों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग में 40 लोगों की मौत हो चुकी है। एएएनआई ने रायटर के हवाले से यह जानकारी दी है। खबर के अनुसार न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जैकिंडा अर्डर्न का कहना है कि इस फायरिंग में 40 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। न्यूजीलैंड के पुलिस अधिकारी माइक बुश ने शूटिंग को लेकर कहा, 'एक महिला और तीन पुरुषों को हिरासत में लिया गया है। हम अभी भी इसके आसपास की परिस्थितियों को देख रहे हैं। यह नहीं सोचना चाहिए कि खतरा टल गया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने गोलीबारी के बाद मस्जिद के बाहर मौजूद वाहनों पर लगे विस्फोटकों को डिफ्यूज कर दिया है। पुलिस ने देश में मौजूद सभी मस्जिदों से अपने दरवाजे बंद करने के लिए कहा है

थार मरुस्थल के प्रमुख पेड़-पौधे

थार मरुस्थल के प्रमुख पेड़-पौधे राजस्थान की संस्कृति में पेड़-पौधों का प्राचीन काल से ही महत्व रहा है। यहां पर पाए जाने वाले पेड़ पौधों का धार्मिक दृष्टि से महत्व होने के कारण इनका संरक्षण भी अच्छी तरह से होता है। यहां पाई जाने वाली कुछ वनस्पतिया औषधिय दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। यहां के परंपरागत पेड़ जैसे खेजड़ी, बोरड़ी, बबूल, जाल, कुमटिया, रोहिड़ा तथा कैर आदि के बीजों के प्राकृतिक प्रसार से यह खेतों में स्वत ही उग जाती हैं। जिसका खेती करते समय किसान संरक्षण करके इनको बड़ा करते हैं। इन पेड़ पौधों के मुख्य लाभ- 1. इनकी इमारती काष्ठ से उच्च गुणवत्ता के फर्नीचर बनते हैं। 2. औषधि रूप से महत्वपूर्ण होने के कारण इन से दवाइयां भी बनती है। 3. इनके पतियों के नीचे गिरने से जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। 4. इनके फलों से देशी स्वादिष्ट सब्जियां बनती है। 5. यह पेड़ थार के मरुस्थल को गर्म लू से बचाते हैं। 6. अकाल की स्थिति में इनकी की पत्तियों को पशुओं को चारा के रूप में खिलाते हैं। 7. यह मृदा अपरदन को रोकते हैं। थार मरुस्थल के मुख्य पेड़- 1.खेजड़ी- य...